Sharda Sinha Final Rites: मशहूर लोक गायिका और ‘बिहार कोकिला’ शारदा सिन्हा का मंगलवार रात करीब 9.20 बजे निधन हो गया।
शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (IGI) एयरपोर्ट पहुंचा।
शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए पटना में रखा जाएगा।
पटना के गुलाबी घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
Sharda Sinha Final Rites: छठ के पहले दिन ही ली अंतिम सांस –
बिहार कोकिला ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस लीं। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है।
बताया जा रहा है कि शारदा सिन्हा मल्टीपल मायलोमा नामक एक गंभीर ब्लड कैंसर की बीमारी से जूझ रही थीं।
सोमवार को उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
Sharda Sinha Final Rites: पटना में ही किया जाएगा अंतिम संस्कार –
शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमान सिन्हा ने शारदा सिन्हा के अंतिम संस्कार के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि तय किया गया है कि मां (शारदा सिन्हा) का अंतिम संस्कार उसी स्थान पर होगा जहां पिता का अंतिम संस्कार हुआ था।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और अन्य नेताओं सहित विभिन्न राजनेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
यह भी पढ़ें – नोटों और आभूषणों से सजीं माता लक्ष्मी, भक्तों को प्रसाद के रूप में दिए जाते हैं रुपये-गहने
Sharda Sinha Final Rites: लोक संगीत की थी सांस्कृतिक राजदूत –
72 वर्षीय सिन्हा ने भोजपुरी, मैथिली और हिंदी लोक संगीत में बहुत योगदान दिया है।
शारदा सिन्हा लोक संगीत की अपनी भावपूर्ण प्रस्तुतियों के लिए जानी जाती हैं।
इस क्षेत्र की सांस्कृतिक राजदूत मानी जाने वाली शारदा सिन्हा का बिहार के पारंपरिक लोक संगीत और अपने प्रतिष्ठित छठ गीत में अपने योगदान के लिए जानी जाती हैं।
यह भी पढ़ें – भारतीयता को खोखला कर रहा ‘पश्चिमी धीमा जहर’ !