What is Mock Drill: 7 मई 2025 को भारत सरकार देश के 244 जिलों में बड़े पैमाने पर सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित करने जा रही है।
इस ड्रिल का मकसद युद्ध जैसी आपात स्थितियों में नागरिकों की तैयारी और प्रतिक्रिया को परखना है।
54 साल बाद पहली बार इतने बड़े स्तर पर इसका आयोजन किया जा रहा है।
सोमवार को पीएम मोदी ने दिया आदेश
5 मई सोमवार शाम को पीएम नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर जवाबी कार्यवाही के लिए की गई उच्च स्तरीय मीटिंग के बाद मॉक ड्रिल आयोजित करने का आदेश दिया।
सोमवार को रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने पीएम मोदी से मुलाकात की थी और पहलगाम आतंकी हमले के बाद की घटनाओं के बीच भारत की तैयारियों के बारे में उन्हें जानकारी दी।

हो सकता है भारत-पाकिस्तान युद्ध
जम्मू-कश्मीर में पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच काफी तनाव बढ़ गया है।
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे।
आतंकवादियों ने पाकिस्तान में ही सारा प्लान बनाया था और उसके सहयोग से ही इतनी बड़ी वारदात हुई।
जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं।
भारत-पाकिस्तान युद्ध की आशंका के चलते आम नागरिकों के लिए ये मॉक ड्रिल करवाई जा रही है।
आइए जानते हैं क्या है मॉक ड्रिल, कैसे किया जाता है ये अभ्यास और इसे करवाने का क्या मकसद है…
मॉक ड्रिल क्या है? (What is Mock Drill)
- मॉक ड्रिल एक प्रशिक्षण अभ्यास होता है, जिसमें आपातकालीन स्थितियों जैसे हवाई हमले, मिसाइल अटैक या युद्ध के दौरान लोगों और प्रशासन की तैयारियों को जांचा जाता है।
- इसमें सायरन बजाना, ब्लैकआउट करना, नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना और आपातकालीन सेवाओं की प्रतिक्रिया शामिल होती है।
- मॉक ड्रिल में यह देखा जाता है कि किसी आपाकालीन स्थिति में लोगों की प्रतिक्रिया कैसी होती है।
- इसके लिए चुनिंदा लोगों, वॉलंटियर्स को ट्रेनिंग भी दी जाती है।
क्यों हो रही है यह मॉक ड्रिल? (Why mock drill being conducted)
पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़े सुरक्षा उपाय:
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने का फैसला किया है।
युद्ध जैसी स्थिति के लिए तैयारी:
इस ड्रिल से यह पता चलेगा कि अगर देश पर कोई बाहरी हमला होता है, तो आम नागरिक कितनी तेजी से सुरक्षित स्थानों पर पहुंच सकते हैं।
आखिरी बार ऐसी ड्रिल कब हुई थी? (When was Last Mock Drill)
भारत में आखिरी बार 1971 के युद्ध के दौरान ऐसी मॉक ड्रिल हुई थी।
उस समय दुश्मन के हवाई हमलों से बचने के लिए शहरों में ब्लैकआउट किया गया था।
श्रीनगर में मॉक ड्रिल के लिए SDRF ने तैयारियां शुरू की कर दी हैं।
#WATCH | Srinagar, J&K | SDRF personnel hold exercise to prepare for tomorrow’s mock drill at Dal lake
MHA has asked several states and UTs to conduct mock drills for effective civil defence, tomorrow, May 7. pic.twitter.com/FEUQYw8huG
— ANI (@ANI) May 6, 2025
मॉक ड्रिल में क्या-क्या होगा? (What will happen in Mock Drill)
- हवाई हमले का सायरन: ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजाए जाएंगे।
- ब्लैकआउट अभ्यास: शहरों की बिजली कुछ समय के लिए बंद की जाएगी, ताकि दुश्मन को लक्ष्य न दिखे।
- नागरिकों को ट्रेनिंग: लोगों को बताया जाएगा कि हमले के समय कहां शरण लेनी है और कैसे सुरक्षित रहना है।
- छलावरण तकनीक: सेना के अड्डों, पावर प्लांट्स और संचार टावरों को छुपाने का अभ्यास किया जाएगा।
- इवैक्यूएशन ड्रिल: खतरनाक इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाएगा।
- आपातकालीन सेवाओं की जांच: फायर ब्रिगेड, पुलिस और मेडिकल टीमों की प्रतिक्रिया को टेस्ट किया जाएगा।
मॉक ड्रिल के लिए हाई लेवल मीटिंग जारी
कल होने वाले मॉक ड्रिल के लिए आज (6 मई) गृह मंत्रालय में बैठक जारी है।
इसमें डीजी एनडीआरएफ, डीजी होम गार्ड, डीजी फायर पहुंचे. रेलवे और वायु सुरक्षा से जुड़े अधिकारी भी मौजूद हैं।
किन जिलों में होगी मॉक ड्रिल? (In which districts will mock drill be conducted)
देश के 244 जिलों में यह ड्रिल होगी, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:



राजस्थान के इन जिलों होगी मॉक ड्रिल
- कोटा
- रावत-भाटा
- अजमेर
- अलवर
- बाड़मेर
- भरतपुर
- बीकानेर
- बूंदी
- गंगानगर
- हनुमानगढ़
- जयपुर
- जैसलमेर
- जोधपुर
- उदयपुर
- सीकर
- नाल
- सूरतगढ़
- आबू रोड
- नसीराबाद (अजमेर)
- भिवरी
- फुलेरा (जयपुर)
- नागौर (मेड़ता रोड)
- जालोर
- बेवर (अजमेर)
- लालगढ़ (गंगानगर)
UP के 19 जिलों में तैयारी
- बुलन्दशहर (नरौरा)
- आगरा
- इलाहाबाद
- बरेली
- गाजियाबाद
- गोरखपुर
- झांसी
- कानपुर
- लखनऊ
- मथुरा
- मेरठ
- मुरादाबाद
- सहारनपुर
- वाराणसी
- बख्शी-का-तालाब
- मुगलसराय
- सरसावा
- बागपत
- मुजफ्फर नगर
पंजाब के इन जिलों में होगी
- अमृतसर
- भटिंडा
- फिरोजपुर
- गुरदासपुर
- होशियारपुर
- जालंधर
- लुधियाना
- पटियाला
- पठानकोट
- अजनामपुर
- बरनाला
- भाखड़ा-नांगल
- हलवारा
- कोठकापुर
- बटाला
- मोहाली (सासनगर)
- अबोहर
- फरीदपुर
- रोपड़
- संगरूर
उड़ीसा के 12 जिलों में
- तालचेर
- बालासोर
- कोरापुट
- भुवनेश्वर
- गोपालपुर
- हीराकुंड
- पारादीप
- राउरकेला
- भद्रक
- ढेंकनाल
- जगतसिंहपुर
- केंद्रपाड़ा
बिहार
- बरौनी
- कटिहार
- पटना
- पुर्णिया
- बेगूसराय
असम
- बोमडीला
- डरांग
- गोलाघाट
आम नागरिकों के लिए गाइडलाइन्स
- सायरन सुनते ही सतर्क हो जाएं और घर के अंदर चले जाएं।
- ब्लैकआउट के दौरान लाइट्स बंद कर दें ताकि दुश्मन को टारगेट न मिले।
- सुरक्षित स्थानों पर जाएं जैसे बेसमेंट, अंडरग्राउंड शेल्टर या मजबूत इमारतों के अंदर।
- भीड़ से दूर रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें।
- यह मॉक ड्रिल देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।
- इससे नागरिकों को आपात स्थिति में सही तरीके से प्रतिक्रिया देने का प्रशिक्षण मिलेगा।
#WATCH | Civil Defence, Police and local administration rehearse mock drill exercise in Lucknow’s Police Lines, following MHA’s order for nationwide mock drills on May 7
A Police officer says, “Nationwide mock drills will be held tomorrow. Civil Defence, Police and local… pic.twitter.com/hT7sBMai0e
— ANI (@ANI) May 6, 2025
हर राज्य से रिपोर्ट मांगी जाएगी
जनवरी 2023 में गृह सचिव द्वारा भेजे गए पत्र में भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सीमावर्ती और तटीय इलाकों में सिविल डिफेंस क्षमताओं को बढ़ाने की अपील की गई थी।
भारत-पाकिस्तान सीमा के पास फिरोजपुर छावनी में 7 मई से पहले ही एक 30 मिनट की ब्लैकआउट ड्रिल आयोजित कर इसकी झलक दिखा दी है।
गृह मंत्रालय ने हर भाग लेने वाले राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को ड्रिल के बाद “एक्शन टेकन रिपोर्ट” सौंपने का निर्देश दिया है, जिसमें कार्यान्वयन, सीख और सुधार के बिंदु शामिल होंगे।
सरकार ने सभी राज्यों से ड्रिल के बाद रिपोर्ट मांगी है, ताकि कमियों को सुधारा जा सके।