One Nation One Election: नई दिल्ली। एक देश एक चुनाव प्रस्ताव को बुधवार को मोदी कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दे दी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संसद के शीतकालीन सत्र में इससे संबंधित बिल पेश किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ का वादा किया था।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने एक देश एक चुनाव पर अपनी रिपोर्ट 14 मार्च को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपी थी।
18 हजार 626 पन्नों की इस रिपोर्ट के बाद इस प्रस्ताव को पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट में मंजूरी मिल गई।
पैनल का गठन 2 सितंबर 2023 को किया गया था जिसने 7 देशों की चुनाव प्रक्रिया पर रिसर्च कर रिपोर्ट तैयार की।
यह रिपोर्ट स्टेकहोल्डर्स-एक्सपर्ट्स से चर्चा के बाद 191 दिन की रिसर्च का नतीजा है।
कमेटी ने सभी विधानसभाओं का कार्यकाल 2029 तक करने का सुझाव दिया है।
One Nation One Election: कमेटी ने दिए 5 सुझाव –
सभी राज्य विधानसभाओं का कार्यकाल अगले लोकसभा चुनाव यानी 2029 तक बढ़ाया जाए।
हंग असेंबली (किसी को बहुमत नहीं), नो कॉन्फिडेंस मोशन होने पर बाकी 5 साल के कार्यकाल के लिए नए सिरे से चुनाव कराए जा सकते हैं।
पहले फेज में लोकसभा-विधानसभा चुनाव एकसाथ कराए जा सकते हैं, उसके बाद दूसरे फेज में 100 दिनों के भीतर लोकल बॉडी के इलेक्शन कराए जा सकते हैं।
चुनाव आयोग लोकसभा, विधानसभा, स्थानीय निकाय चुनावों के लिए राज्य चुनाव अधिकारियों के परामर्श से सिंगल वोटर लिस्ट और वोटर आई कार्ड तैयार करेगा।
कोविंद पैनल ने एकसाथ चुनाव कराने के लिए उपकरणों, जनशक्ति और सुरक्षा बलों की एडवांस प्लानिंग की सिफारिश की है।
One Nation One Election: 100 दिन पूरे होने पर शाह ने दिए थे संकेत –
मोदी सरकार पिछले कार्यकाल से ही एक देश एक चुनाव को लेकर गंभीर थी।
पीएम मोदी ने कई मौकों पर और चुनावी जनसभाओं में भी एक देश एक चुनाव की बात कही थी।
हाल ही में एनडीए सरकार के 100 दिन पूरे होने पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक देश एक चुनाव के एनडीए के संकल्प को दोहराया था।
अब संसद के शीतकालीन सत्र में ‘वन नेशनल वन इलेक्शन’ के प्रस्ताव पर विधेयक पेश किया जाएगा।
One Nation One Election: लाल किले से पीएम ने किया था जिक्र –
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से दिए गए भाषण में वन नेशन-वन इलेक्शन का जिक्र किया था।
उन्होंने कहा था कि बार-बार चुनाव देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं।
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