Homeन्यूजNDA संसदीय दल का नेता चुने के बाद नरेंद्र मोदी बोले- मेरे...

NDA संसदीय दल का नेता चुने के बाद नरेंद्र मोदी बोले- मेरे लिए यह जन्म सिर्फ और सिर्फ वन लाइफ वन मिशन

और पढ़ें

Manish Kumar
Manish Kumarhttps://chauthakhambha.com/
मनीष आधुनिक पत्रकारिता के इस डिजिटल माध्यम को अच्छी तरह समझते हैं। इसके पीछे उनका करीब 16 वर्ष का अनुभव ही वजह है। वे दैनिक भास्कर, नईदुनिया जैसे संस्थानों की वेबसाइट में काफ़ी समय तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। देशगांव डॉट कॉम और न्यूज निब (शॉर्ट न्यूज ऐप) की मुख्य टीम का हिस्सा रहे। मनीष फैक्ट चैकिंग में निपुण हैं। वे गूगल न्यूज इनिशिएटिव व डाटालीड्स के संयुक्त कार्यक्रम फैक्टशाला के सर्टिफाइट फैक्ट चेकर व ट्रेनर हैं। भोपाल के माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर चुके मनीष मानते हैं कि गांव और शहर की खबरों को जोड़ने के लिए मीडिया में माध्यमों की लगातार ज़रूरत है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है। पुराने संसद (संविधान सदन) के सेंट्रल हॉल में सुबह 11 बजे शुरू हुई मीटिंग में NDA के 13 दलों के नेता शामिल हुए।

एनडीए संसदीय दल के नेता चुने के बाद बैठक में नरेंद्र मोदी ने भाषण की शुरुआत भारत माता की जय के साथ की। उन्होंने कहा- मैं सबसे पहले तो इस सभागृह में उपस्थित एनडीए घटक दलों के सभी नेतागण, सभी सांसदगण, हमारे राज्यसभा के भी सांसदगण, आप सबका हृदय से बहुत बहुत आभार व्यक्त करता हूं। मेरे लिए खुशी की बात है कि इतने बड़े समूह को आज मुझे स्वागत करने का अवसर मिला है।

जो साथी विजय होकर आए हैं, वे अभिनंदन के अधिकारी हैं, लेकिन जिन लाखों कार्यकर्ताओं ने दिन-रात परिश्रम किया। न दिन देखा, न रात देखी, मैं संविधान सदन के इस सेंट्रल हॉल से सिर झुकाकर उन्हें प्रणाम करता हूं। साथियों मेरा बहुत सौभाग्य है कि एनडीए के नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुनकर मुझे एक नया दायित्व दिया है। इसके लिए मैं आपका बहुत बहुत आभारी हूं।

व्यक्तिगत जीवन में मैं जवाबदारी का अहसास करता हूं। 2019 में जब मैं सदन में बोल रहा था, तब मैंने एक बात पर बल दिया था- विश्वास। आज जब एक बार फिर मुझे ये दायित्व देते हैं तो साबित होता है कि हम दोनों के बीच विश्वास का सेतु इतना मजबूत है कि यह अटूट रिश्ता विश्वास के धरातल पर है।

हमारा ये अलायंस सच्चे अर्थ में भारत की असली स्पिरिट है, जो भारत का आत्मा है, भारत की जड़ों में जो रचा-बसा है, उसका प्रतिबिंब है। मैं इसलिए कह रहा हूं कि हमारे देश में 10 ऐसे राज्य हैं, जहां हमारे आदिवासी बंधुओं की संख्या निर्णायक रूप से है। इनमें से 7 राज्यों में एनडीए सेवा कर रहा है।

साथियों, प्री पोल अलायंस हिंदुस्तान की राजनीति के गठबंधन के इतिहास में इतना सफल कभी नहीं हुआ, जितना एनडीए हुआ है। यह गठबंधन की विजय है। हमने बहुमत हासिल किया है। कई बार कह चुका हूं, भले शब्द अलग होंगे, लेकिन भाव यह है कि सरकार चलाने के लिए बहुमत चाहिए लेकिन देश चलाने के लिए सर्वमत जरूरी होता है।

साथियो इस बात को राजनीति के विशेषज्ञ मुक्त मन से, मुक्त मन शब्द बहुत मन का है, वे सोचेंगे तो पाएंगे कि एनडीए सत्ता हासिल करने का या सरकार चलाने के कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है, यह राष्ट्र प्रथम, नेशन फर्स्ट की भावना से जुड़ा समूह है।

यह भारत की राजनीतिक व्यवस्था में एक ऑर्गेनिक अलायंस है। यह मूल्य श्रद्धेय अटल जी, प्रकाश बादल, जॉर्ज फर्नांडीस, बाला साहेब जैसे लोगों ने जो बीज बोया, भारत की जनता ने विश्वास का सिंचन करके इसे वट वृक्ष बना दिया।

हम सबके पास ऐसे महान नेताओं की विरासत है। हमने 10 वर्षों में इसे ही लेकर आगे बढ़ने का प्रयास किया है। इसमें कॉमन चीज नजर आती है, वो है गुड गवर्नेंस। सबसे अपने अपने कार्यकाल में देश को गुड गवर्नेंस दिया है। एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस इसका पर्यायवाची बन जाता है।

एनडीए सरकार के रूप में अगले 10 साल में, मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं। अगले 10 साल में। अगले 10 साल में विकास, क्वालिटी ऑफ लाइफ लाएंगे। सामान्य लोग खासतौर पर मध्यम वर्ग और उच्च मध्यम वर्ग के जीवन में सरकार का दखल जितना कम हो, लोकतंत्र की उतनी मजबूती है।

इस चुनाव में जो मैंने देखा कि दक्षिण भारत में एनडीए ने नई राजनीति की शुरुआत की है। कर्नाटक और तेलंगाना में अभी-अभी सरकारें बनी थीं, लेकिन लोगों का विश्वास भंग हुआ और लोगों ने एनडीए को गले लगा लिया।

तमिलनाडु की टीम को बधाई देना चाहूंगा। वहां कोई कैंडिडेट नहीं था, लेकिन कार्यकर्ता अपने झंडे को ऊंचा रखने में जुटे रहे। आज हम सीट नहीं जीत पाए, लेकिन हमारा वोट शेयर बढ़ा है। यह साफ दिखाता है कि कल क्या लिखा है।

महाप्रभु जगन्नाथ, मैं हमेशा मानता हूं कि ईश्वर के अनेक रूप होते हैं। लेकिन जब मैं महाप्रभु जगन्नाथ को याद करता हूं तो मानता हूं कि ये गरीबों के देवता हैं। वहां जो रेवॉल्यूशन आया, उसे देखकर मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि आने वाले 25 साल महाप्रभु जगन्नाथ जी की कृपा से उड़ीसा देश के विकास के ग्रोथ इंजन में से एक होगा।

साथियों जब 4 जून के नतीजे चल रहे थे, तब मैं अपने काम में व्यस्त था, मुझे लोगों के फोन आए तो मैंने पूछा कि आंकड़े तो ठीक हैं, लेकिन ईवीएम जिंदा है या नहीं। कुछ लोगों का काम है कि चुनाव प्रक्रिया पर सवाल पर उठाते हैं। मुझे तो लग रहा था कि वे ईवीएम की अर्थी निकालेंगे, लेकिन ईवीएम ने सबको जवाब दे दिया।

मेरा पल-पल देश के नाम है। मैं 24X7 उपलब्ध हूं। हमें मिलकर देश को आगे ले जाना है। आपने जितना प्यार दिया है। जितना भरोसा जताया है, मैं आपकी आशाओं, आकांक्षाओं को पूरी करने में कोई कमी नहीं रखूंगा।

मेरे लिए जन्म सिर्फ और सिर्फ वन लाइफ वन मिशन और वो है मेरी भारत माता। ये मिशन है 140 करोड़ देशवासियों के सपनों को पूरा करने के लिए खप जाना। ये मिशन है 140 करोड़़ देशवासियों को पीढ़ी दर पीढ़ की मुश्किलों से मुक्ति दिलाकर दुनिया में सम्मान दिलाना।

दुनिया देखे कि ये हिंदुस्तान का है, इससे नजर मिल जाए तो अच्छा होगा। लोगों को लगना चाहिए कि ये हिंदुस्तानी है, जरा हाथ मिला लूं तो थोड़ी एनर्जी मिल जाए। लोकसभा का ये सफर सबकी आकांक्षाओं को पूरा करेगा। मैं फिर एक बार आप सबका हृदय से धन्यवाद करता हूं।

पुराने संसद (संविधान सदन) के सेंट्रल हॉल में सुबह 11 बजे शुरू हुई मीटिंग में NDA के 13 दलों के नेता शामिल हुए जिसकी शुरुआत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आभार जताते हुए की।

इस दौरान सेंट्रल हॉल मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। नड्डा ने सांसदों के साथ-साथ राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यंमत्रियों का स्वागत किया।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने एनडीए के नेता के तौर पर नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि पीएम ने 10 सालों में जो काम किया है, उसकी तारीफ देश और दुनिया दोनों ही जगहों पर हुई है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई देना चाहता हूं। आज हम यहां एनडीए का नेता चुनने के लिए आए हैं।

मेरा मानना ​​है कि इन सभी पदों के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का नाम सबसे उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि 1962 के बाद पहली बार कोई नेता तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेगा।

हम लोग सौभाग्यशाली हैं कि मोदी जी जैसा प्रधानमंत्री हमें मिलने जा रहा है। मोदी की कार्यकुशलता और नेतृत्व क्षमता की वजह से हमारे एनडीए परिवार में भी वृद्धि हुई है।

इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजनाथ सिंह के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव दोबारा जीतने के लिए मैं सभी को बधाई देता हूं।

 

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा के नेता, बीजेपी और एनडीए संसदीय दल के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी का नाम प्रस्तावित किया है। मैं इसका तहेदिल से समर्थन करता हूं।

उन्होंने आगे कहा कि ये प्रस्ताव सिर्फ यहां बैठे लोगों की इच्छा नहीं है। ये देश के 140 करोड़ लोगों का प्रस्ताव है। ये देश की आवाज है कि पीएम मोदी अगले 5 साल तक देश का नेतृत्व करें।

एनडीए संसदीय दल की बैठक में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने भी नरेंद्र मोदी के नाम का एनडीए के नेता के तौर पर समर्थन किया और उनकी जनकर तारीफ की।

 

 

एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू नरेंद्र मोदी को एनडीए के संसदीय दल के नेता के तौर पर समर्थन देती है।

 

नीतीश ने आगे कहा कि पीएम मोदी इस बार हर राज्य का जो कुछ भी बचा हुआ काम है, उसे पूरा कर देंगे। हम लोग खुले तौर पर इनके साथ रहेंगे। जिस तरह से भी मोदी कहेंगे वैसा ही होगा।

- Advertisement -spot_img