नई दिल्ली। भाजपा सांसद ओम बिरला (Om Birla) 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। वह लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए जिनका सामना कांग्रेस के के. सुरेश से था।
ओम बिरला भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और 17वीं लोकसभा में भी स्पीकर का पद संभाल चुके हैं। उस समय वह निर्विरोध चुने गए थे।
एनडीए ने एक बार फिर से उनको उम्मीदवार बनाया था। वह राजस्थान की कोटा बूंदी सीट से तीसरी बार के सांसद हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा जबकि विपक्ष की ओर से के. सुरेश का नाम प्रस्तावित किया गया।
इसके बाद ध्वनिमत से ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव पारित हो गया और वोटिंग की भी जरूरत नहीं पड़ी।
18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुने जाने के बाद भाजपा सांसद ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू उन्हें आसन तक ले गये।
इसके बाद पीएम मोदी ने दूसरी बार स्पीकर चुने जाने पर ओम बिरला को बधाई दी।
पीएम मोदी ने कहा कि हम सबको विश्वास है कि आने वाले पांच साल आप हम सबका मार्गदर्शन करेंगे।
हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि विनम्र और व्यवहार कुशल व्यक्ति सफल सदृश होता है। आपको तो मुस्कान भी मिली है। आपकी ये मीठी-मीठी मुस्कान हम सबको प्रसन्न करती आई है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने ओम बिरला के स्पीकर निर्वाचित होने के बाद कहा कि एक सांसद के रूप में आपकी कार्यशैली सभी सांसदों के लिए सीखने योग्य है।
आपने स्वस्थ शिशु, स्वस्थ मां अभियान शुरू किया है, जो प्रेरक है। गांव-गांव में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की कोशिश, गरीबों को कंबल, कपड़े, छाता, जूते ऐसी अनेक सुविधाएं खोज-खोज कर पहुंचाते हैं।
17वीं लोकसभा संसदीय इतिहास का स्वर्णिम कालखंड रहा है। आपकी अध्यक्षता में जो निर्णय हुए हैं, सदन के जरिये जो सुधार हुए हैं, वो आपकी भी और सदन की भी विरासत है।
जब भविष्य में विश्लेषण होंगे, तब लिखा जाएगा कि आपकी अध्यक्षता वाली 17वीं लोकसभा की बहुत बड़ी भूमिका रही है।
पीएम मोदी ने भारतीय न्याय संहिता से लेकर मुस्लिम महिला विवाह संरक्षण विधेयक और नारी शक्ति वंदन विधेयक तक, 17वीं लोकसभा से पारित विधेयकों का जिक्र करते हुए कहा कि आपकी अध्यक्षता में 17वीं लोकसभा ने भविष्य की बुनियाद रखी है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि देश भविष्य में इसका गौरव करेगा। भारत को आधुनिक बनाने की दिशा में जब हर तरफ से प्रयास हो रहे हैं, ये नया संसद भी आपकी अध्यक्षता में भविष्य को लिखने का कार्य करेगा।
नए संसद भवन में हमारा प्रवेश भी आपकी अध्यक्षता में हुआ और आपने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए, जिससे लोकतंत्र को मजबूती देने में मदद मिली है।
सभी सांसदों को ब्रीफिंग के लिए व्यवस्था दी और आवश्यक रेफरेंस मैटेरियल मिला। आपने अच्छी व्यवस्था को विकसित किया है जिससे सांसदों में ये विश्वास जगा कि मैं भी तर्क दे सकता हूं।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि आप विशेष अभिनंदन के अधिकारी हैं। कोरोना काल में हर सांसद को फोन कर हाल पूछा और किसी को भी बीमारी हुई तो व्यक्तिगत रूप से उसकी चिंता की। आपने जो फैसले किए, हम उस कठिन कालखंड में भी काम कर पाए।