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बिहार के युवाओं को मिला बड़ा तोहफा, 5 लाख ग्रेजुएट्स को मिलेगा 1000 रुपए का मासिक भत्ता

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

PM Modi Bihar Scheme: नई दिल्ली में आयोजित कौशल दीक्षांत समारोह में पीएम मोदी ने बिहार सहित पूरे देश के युवाओं के लिए 62,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई योजनाओं का शुभारंभ किया।

इन योजनाओं में सबसे चर्चित घोषणा है बिहार के लगभग 5 लाख ग्रेजुएट छात्र-छात्राओं को 1000 रुपए प्रति माह का मासिक भत्ता प्रदान करना।

यह कदम युवाओं को बेरोजगारी के दौर में आर्थिक सहायता और कौशल प्रशिक्षण देकर सशक्त बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।

योजनाओं का उद्देश्य: बेरोजगारी से निपटना और कौशल बढ़ाना

इस योजना का मुख्य लक्ष्य उन छात्रों की मदद करना है जो किसी विशेष कोर्स में स्नातक (ग्रेजुएशन) की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं, लेकिन उन्हें तुरंत रोजगार नहीं मिल पा रहा है।

ऐसे में, इस मासिक भत्ते का उद्देश्य उनके लिए एक वित्तीय सहारा उपलब्ध कराना है।

इस योजना के तहत, पात्र छात्रों को उनकी पढ़ाई पूरी करने के बाद अगले दो साल तक हर महीने 1000 रुपए की सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।

साथ ही, उन्हें मुफ्त कौशल प्रशिक्षण (स्किल ट्रेनिंग) भी दिया जाएगा ताकि वे नौकरी पाने के लिए और अधिक सक्षम बन सकें।

इस योजना की मूल घोषणा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की थी, जिसे केंद्र सरकार ने अब एक बड़े पैकेज के रूप में लागू किया है।

पीएम सेतु योजना: 1000 ITI का होगा आधुनिकीकरण

  • PM ने ‘पीएम-सेतु’ (प्रधानमंत्री कौशल विकास एवं रोजगार योग्यता परिवर्तन उन्नत आईटीआई) नामक एक महत्वाकांक्षी योजना की भी शुरुआत की।
  • इस योजना पर 60,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जाएगा।
  • इसका लक्ष्य देश भर के 1000 सरकारी आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) को अपग्रेड करना है।
  • इसके लिए ‘हब-एंड-स्पोक’ मॉडल अपनाया जाएगा।
  • इसमें 200 आईटीआई को ‘हब’ (केंद्र) और 800 आईटीआई को ‘स्पोक’ (सहायक केंद्र) के रूप में विकसित किया जाएगा।
  • यह सिस्टम ठीक साइकिल के पहिये की तरह काम करेगा, जहां एक केंद्र (हब) कई छोटे केंद्रों (स्पोक) से जुड़ा होगा।
  • इससे आधुनिक बुनियादी ढांचा, डिजिटल लर्निंग सिस्टम और इनक्यूबेशन सेंटर बनाने में मदद मिलेगी, जिससे लाखों युवाओं को बेहतर रोजगार के अवसर मिल सकेंगे।

पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा, “आईटीआई सिर्फ औद्योगिक शिक्षा के केंद्र नहीं हैं, बल्कि ये आत्मनिर्भर भारत की कार्यशालाएं हैं।”

उन्होंने बताया कि पिछले दस वर्षों में एनडीए सरकार ने देश में 5,000 नए आईटीआई खोले हैं।

जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का उद्घाटन

बिहार को एक और बड़ी सौगात के रूप में, पीएम मोदी ने सप्तरी में जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया।

यह विश्वविद्यालय युवाओं को उद्योग-आधारित पाठ्यक्रम और व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करेगा।

इसका मकसद देश और दुनिया की नौकरियों के लिए प्रतिस्पर्धी कार्यबल तैयार करना है।

यह विश्वविद्यालय बिहार के युवाओं को उच्च-गुणवत्ता वाली स्किल ट्रेनिंग देने में एक अहम भूमिका निभाएगा।

बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना: ब्याज मुक्त शिक्षा ऋण

युवाओं की उच्च शिक्षा में आर्थिक बाधा को दूर करने के लिए पीएम मोदी ने संशोधित बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को भी लॉन्च किया।

इस योजना के तहत, अब छात्रों को 4 लाख रुपये तक का ब्याज-मुक्त शिक्षा ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।

इस योजना का लाभ लेने वाले छात्रों की संख्या पहले ही काफी है।

अब तक इसके तहत 3.92 लाख से अधिक छात्रों को 7,880 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन दिया जा चुका है।

छात्रवृत्ति राशि में बढ़ोतरी

युवाओं को और सहायता प्रदान करते हुए, सरकार ने आईटीआई छात्रों की मासिक छात्रवृत्ति की राशि को भी बढ़ा दिया है।

अब यह राशि पहले के 1,800 रुपये से बढ़ाकर 3,600 रुपये प्रति माह कर दी गई है।

इससे आईटीआई के विद्यार्थियों को आर्थिक रूप से काफी मदद मिलेगी।

बिहार युवा आयोग का गठन

युवाओं की ऊर्जा और क्षमता को सही दिशा देने के लिए पीएम मोदी ने बिहार युवा आयोग का भी उद्घाटन किया।

इस आयोग में 18 से 45 वर्ष की आयु के युवाओं को शामिल किया जाएगा।

इस आयोग का काम युवाओं के लिए नीतियां बनाने और उनके विकास के रास्ते में आने वाली चुनौतियों को दूर करने में मदद करना होगा।

युवाओं के भविष्य को मजबूती देती योजनाएं

कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई ये सभी योजनाएं बिहार और देश के युवाओं के भविष्य को मजबूत बनाने की दिशा में एक साहसिक कदम हैं।

चाहे वह सीधे आर्थिक सहायता के रूप में मासिक भत्ता हो, आधुनिक आईटीआई के जरिए बेहतर प्रशिक्षण हो, ब्याज-मुक्त शिक्षा ऋण हो या फिर एक नया कौशल विश्वविद्यालय।

इन सभी का उद्देश्य युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करना और देश की अर्थव्यवस्था में उनकी भागीदारी बढ़ाना है।

ये पहल ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

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