नालंदा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार 19 जून को बिहार पहुंचे जहां उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस का उद्घाटन किया और इस कार्यक्रम में 17 देशों के राजदूत भी शामिल हुए।
नए कैंपस के उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर का दौरा कर इसकी जानकारी ली।
बिहार के राजगीर में प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के पास ही 1749 करोड़ रुपये की लागत से नया कैंपस बनाया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का मौका मिला है।
यह मेरा सौभाग्य तो है ही, मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं। नालंदा केवल नाम नहीं, यह पहचान है।
#WATCH | Bihar: At the inauguration of the new campus of Nalanda University, Prime Minister Narendra Modi says, " I am happy that I got the opportunity to visit Nalanda within 10 days after swearing in as PM for the 3rd time…Nalanda is not just a name, it is an identity and… pic.twitter.com/jjZL7gWqDW
— ANI (@ANI) June 19, 2024
नालंदा मंत्र, गौरव और गाथा है। आग की लपटों में पुस्तकें में भले जल जाए, लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकती।
प्राचीन अवशेषों के समीप नालंदा का नया कैंपस विश्व को भारत के सामर्थ्य का परिचय देगा। नालंदा भारत के अतीत का पुनर्जागरण नहीं है। इसमें एशिया के कितने ही देशों की विरासत जुड़ी हुई है।
प्राचीन नालंदा में बच्चों का एडमिशन बच्चों के देश को देखकर नहीं होता था। नालंदा के नए कैंपस में उसी परंपरा को आधुनिक रूप में मजबूती देखनी है।
मुझे देखकर खुशी है कि दुनिया के कई देशों के स्टूडेंट्स आने लगे हैं। 20 देशों के छात्र यहां पढ़ाई कर रहे हैं। यह वसुधैव कुटुंबकम की भावना का सुंदर प्रतीक है।
आने वाले समय में नालंदा यूनिवर्सिटी फिर एक बार हमारे कल्चरल एक्सचेंज का नया सेंटर बनेगी। यह देश का ऐसा पहला कैंपस है, नेट जीरो एनर्जी, नेट जीरो एमिशन वाटर, नेट जीरो वेस्ट मॉडल पर काम करेगा।
जब शिक्षा का विकास होता है, तब अर्थव्यवस्था और संस्कृति का विकास होता है। आज भारत में योग की सैकड़ों सुविधाएं मौजूद हैं।
हमारे ऋषियों ने कितना गहन शोध इसके लिए किया होगा! लेकिन, किसी ने योग पर एकाधिकार नहीं बनाया। आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है, योग दिवस एक वैश्विक उत्सव बन गया है।
#WATCH | Bihar: At the inauguration of the new campus of Nalanda University, Prime Minister Narendra Modi says, " The rebuilding of Nalanda is going to start the golden era of India…Nalanda's reawakening, this new campus, will give the world an introduction to India's… pic.twitter.com/ftDw3TwIHB
— ANI (@ANI) June 19, 2024
कुछ दिन पहले साइंस हायर एजुकेशन इंपैक्ट रैंकिंग आई है। कुछ साल पहले तक इसमें भारत के सिर्फ 13 इंस्टीट्यूशन शामिल थे। अब इसमें भारत के 100 शिक्षा संस्थान शामिल है।
पिछले एक दशक में देश में हर सप्ताह एक यूनिवर्सिटी बनी है। हर दिन एक नई आईटीआई की स्थापना हुई है। भारत में हर दिन दो नए कॉलेज बने।
आज देश में 23 आईआईटी है। दस साल पहले देश में 13 एम्स थे, आज यह 21 हो गई। 10 साल में मेडिकल कॉलेज की संख्या भी दोगुना हो गई।
आज भारत के एजुकेशन सेक्टर में रिफॉर्म हो रहे हैं। इसी साल अबू धाबी में आईआईटी दिल्ली का कैंपस खुला है। तंजानिया में आईआईटी मद्रास का कैंपस शुरू हो चुका है।
#WATCH | Bihar: At the inauguration of the new campus of Nalanda University, Prime Minister Narendra Modi says, " My mission is to make India, the centre of education and knowledge to the world. My mission is to again make India's identity emerge as the world's most prominent… pic.twitter.com/t48owOB2OM
— ANI (@ANI) June 19, 2024
विदेश मंत्रालय के अनुसार मौजूदा नालंदा विश्वविद्यालय को सरकार वैसा ही वैभव दिलाना चाहती है, जैसा 800 साल पहले था।
सरकार विश्वविद्यालय को शिक्षा का नया केंद्र बनाना चाहती है। नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना साल 2010 में की गई थी, जिसके लिए सरकार ने बाकायदा कानून भी बनाया था।
हालांकि तब से अब तक यह अस्थाई भवन में ही चल रहा था। बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में करीब 8 लाख किताबें रहेंगी।