Homeन्यूज'हम बनारस आयल हई', वाराणसी में पीएम मोदी पर चढ़ा भोजपुरी रंग

‘हम बनारस आयल हई’, वाराणसी में पीएम मोदी पर चढ़ा भोजपुरी रंग

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Manish Kumar
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मनीष आधुनिक पत्रकारिता के इस डिजिटल माध्यम को अच्छी तरह समझते हैं। इसके पीछे उनका करीब 16 वर्ष का अनुभव ही वजह है। वे दैनिक भास्कर, नईदुनिया जैसे संस्थानों की वेबसाइट में काफ़ी समय तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। देशगांव डॉट कॉम और न्यूज निब (शॉर्ट न्यूज ऐप) की मुख्य टीम का हिस्सा रहे। मनीष फैक्ट चैकिंग में निपुण हैं। वे गूगल न्यूज इनिशिएटिव व डाटालीड्स के संयुक्त कार्यक्रम फैक्टशाला के सर्टिफाइट फैक्ट चेकर व ट्रेनर हैं। भोपाल के माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर चुके मनीष मानते हैं कि गांव और शहर की खबरों को जोड़ने के लिए मीडिया में माध्यमों की लगातार ज़रूरत है।

वाराणसी। लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार वाराणसी पहुंचे जहां मंच पर एक किसान ने उनका स्वागत किया।

इसके बाद पीएम मोदी ने 9.60 करोड़ किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी करते हुए 20 हजार करोड़ रुपये खातों में ट्रांसफर किए।

नमः पार्वती पतये हर हर महादेव से भाषण शुरू करते हुए पीएम मोदी ने भोजपुरी में बोलने की कोशिश की और कहा – चुनाव जीतने के बाद पहली बार हम बनारस आयल हई। जनता जनार्दन के हमार प्रणाम, काशी के लोगों ने हमें लगातार अपना प्रतिनिधि चुनकर धन्य कर दिया है। अब तो मां गंगा ने भी मुझे गोद ले लिया है। मैं यहीं का हो गया हूं।

पीएम मोदी ने कहा कि अभी मैं जी-7 की मीटिंग के लिए इटली गया था। सारे देशों के सारे वोटर्स को मिला दें तो भी भारत के वोटर्स की संख्या उनसे डेढ़ गुना ज्यादा है।

इस चुनाव में 31 करोड़ से ज्यादा महिलाओं ने हिस्सा लिया है। काशी के लोगों ने तो सिर्फ सांसद नहीं, तीसरी बार पीएम भी चुना है।

इस चुनाव में जो जनादेश दिया है वह अभूतपूर्व है। लोकतांत्रिक देशों में ऐसा बहुत कम ही देखा गया है। कोई चुनी हुई सरकार लगातार तीसरी बार वापसी करे।

भारत की जनता ने यह भी इस बार करके दिखाया है। ऐसा भारत में 60 साल पहले हुआ था। तब से भारत में किसी सरकार ने हैट्रिक नहीं लगाई। आपने यह सौभाग्य अपने सेवक को दिया।

भारत जैसे देशों में अगर 10 साल के बाद भी जनता काम करने का मौका देती है तो यह बहुत बड़ा विश्वास है। आपका यह विश्वास मेरी बड़ी पूंजी है।

मैं दिन रात ऐसे ही मेहनत करूंगा। आपके सपनों को पूरा करने के लिए मैं हर प्रयास करूंगा। हमने सरकार बनने के बाद सबसे पहला फैसला किसान और गरीब परिवारों के लिए लिया।

3 करोड़ नये घर या पीएम किसान सम्मान निधी को आगे बढ़ाना है। यह फैसला करोड़ों लोगों की मदद करेगा।

आज का यह कार्यक्रम भी विकसित भारत के रास्ते को सशक्त करने वाला है। काशी के साथ-साथ देश के गांवों के करोड़ों किसान हमारे साथ जुड़े हुए हैं।

कुछ महीने पहले ही विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान 1 करोड़ से अधिक किसान इससे जुड़े। सरकार ने पीएम किसान निधि पाने के लिए कई नियम आसान किए है।

गाजीपुर की भिंडी, बनारस का लंगड़ा आम, जौनपुर की मूली ऐसे अनेक उत्पाद आज विदेशी मार्केट में जा रहे हैं।

पिछले सात साल में राज्य सरकार ने जबरदस्त काम किया। काशी और पूर्वांचल के किसान मजबूत हुए हैं, उनकी कमाई बढ़ी है।

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