PM Modi In Mizoram: 13 सितंबर, शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिजोरम के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ते हुए राज्य को देश की मुख्य रेल नेटवर्क से जोड़ दिया है।
आजादी के 78 साल बाद पहली बार मिजोरम की धरती पर रेल की सीटी गूंजी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आइजॉल में बैराबी-सैरांग रेल लाइन का उद्घाटन किया और तीन नई एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।
यह न केवल एक रेल लाइन है, बल्कि पूर्वोत्तर के विकास और एकता की नई कहानी लिखेगी।
बैराबी-सैरांग रेल लाइन से 10 घंटे का सफर अब सिर्फ 3 घंटे में
इस नई रेल लाइन का सबसे बड़ा और तत्काल फायदा आम लोगों की यात्रा और रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ेगा।
अभी तक सिलचर से आइजोल का सफर सड़क मार्ग से तय करने में 7 से 10 घंटे का समय लगता था।
इस रेल लाइन के चालू होने के बाद यही दूरी ट्रेन से महज 3 घंटे में तय की जा सकेगी।
इससे लोगों का कीमती समय बचेगा और यात्रा अधिक आरामदायक होगी।
#WATCH | Mizoram: PM Narendra Modi inaugurates the Bairabi-Sairang New Rail line, worth over Rs 8,070 crore, connecting the capital of Mizoram to the Indian Railways network for the first time. The Rail line Project, built in a challenging hilly area, has 45 tunnels constructed… pic.twitter.com/quu2P4dmWY
— ANI (@ANI) September 13, 2025
महंगाई पर भी लगेगी लगाम
सबसे बड़ा प्रभाव महंगाई पर पड़ने की उम्मीद है।
व्यापारी अब सामान ढोने के लिए सड़क मार्ग पर निर्भर नहीं रहेंगे, जिससे डीजल-पेट्रोल की खपत कम होगी और परिवहन लागत में भारी कमी आएगी।
बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि इससे रोजाना इस्तेमाल होने वाले सामानों की कीमतों में 20% से 30% तक की गिरावट आ सकती है।
साथ ही, प्रदूषण पर भी लगाम लगेगा।
Another North Eastern state capital Aizawl on Indian Railways map.
Ka-lawm-e PM @narendramodi Ji. pic.twitter.com/tQLMbwOpMG
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) September 13, 2025
कुतुब मीनार से भी ऊंचा पुल, 142 पुल और 23 सुरंगें
बैराबी-सैरांग रेल लाइन सिर्फ एक परिवहन परियोजना नहीं, बल्कि इंजीनियरिंग का एक अद्भुत नमूना है।
यह लाइन मिजोरम की खूबसूरत पहाड़ियों और घाटियों के बीच से गुजरती है।
- इस मार्ग पर 142 पुल (55 बड़े और 87 छोटे) और 23 सुरंगें बनी हैं। इनमें से पुल नंबर 144 भारत का दूसरा सबसे ऊंचा रेल पुल है, जिसकी ऊंचाई 114 मीटर है।
- यह ऊंचाई दिल्ली के ऐतिहासिक कुतुब मीनार से भी 42 मीटर अधिक है।
- इस लाइन को भूकंपरोधी तकनीक से बनाया गया है और भविष्य में इसे 223 किलोमीटर और आगे बढ़ाकर म्यांमार तक ले जाने की योजना है, जो ‘एक्ट ईस्ट’ नीति को गति देगा।
मिजोरम, बैराबी-सैरांग रेल लाइन परियोजना: कुतुब मीनार से भी ऊँचा रेल ब्रिज!@RailMinIndia @AshwiniVaishnaw @PIBHindi pic.twitter.com/q7siDlWIBK
— PIB in Uttar Pradesh (@PibLucknow) September 13, 2025
मिजोरम से दिल्ली, गुवाहाटी और कोलकाता का सीधा संपर्क
प्रधानमंत्री मोदी ने जिन तीन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, उनसे मिजोरम अब देश के प्रमुख शहरों से सीधे जुड़ गया है:
- सैरांग-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस: यह ट्रेन साप्ताहिक चलेगी और 2510 किमी की दूरी लगभग 45.5 घंटे में तय करेगी।
- सैरांग-कोलकाता एक्सप्रेस: यह ट्रेन सप्ताह में तीन दिन (मंगलवार, शनिवार, बुधवार) चलेगी और 1530 किमी का सफर 31.15 घंटे में पूरा करेगी।
- सैरांग-गुवाहाटी एक्सप्रेस: यह ट्रेन दैनिक आधार पर चलेगी और दोपहर 12:30 बजे सैरांग से चलकर रात 2:30 बजे गुवाहाटी पहुंचेगी।
परियोजना का इतिहास और व्यापक प्रभाव
- इस रेल लाइन की परिकल्पना पहली बार 1999 में की गई थी।
- वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने इसका शिलान्यास किया और आज उन्होंने इसे देश को समर्पित किया
- मिजोरम जैसे राज्य, जहां साल में 8 महीने भारी बारिश होती है, के लिए यह परियोजना वरदान साबित होगी।
इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय उत्पादों को देश के बड़े बाजारों तक पहुंचाना आसान होगा, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और स्थानीय लोगों की आय में वृद्धि होगी।
मणिपुर का दौरा: हिंसा प्रभावित क्षेत्र में विकास का संदेश
मिजोरम में परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी अपने पांच राज्यों के दौरे के तहत मणिपुर पहुंचेंगे।
यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि पिछले साल हुई जातीय हिंसा के बाद वे पहली बार राज्य का दौरा कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने चुराचांदपुर जिले में 7300 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे और एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।
इसके बाद वे इंफाल के कंगला किले में 1200 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
मिज़ोरम की राजधानी को रेलवे से जोड़ने के साथ ही यह राज्यवासियों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। बैराबी-सैरांग रेल लाइन के भव्य उद्घाटन समारोह की कुछ झलकियाँ और ऐतिहासिक क्षण।@RailMinIndia @RailNf pic.twitter.com/lKWaOxLE3t
— मं.रे.प्र.लामडिंग, पू.सी.रेलवे / DRM LUMDING NFR (@drm_lmg_nfr) September 13, 2025
पूर्वोत्तर भारत के विकास में बैराबी-सैरांग रेल लाइन एक मील का पत्थर साबित होगी।
यह परियोजना न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी और राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करेगी।