PM Russia Visit Cancel: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के अपने आगामी दौरे को स्थगित कर दिया है।
पीएम 9 मई को मॉस्को में आयोजित होने वाली विजय दिवस परेड में शामिल होने वाले थे।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रेस सचिव दिमित्री पेस्कोव ने इसकी पुष्टि की है।
पाकिस्तान की वजह से टला रूस का दौरा
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर पीएम ने रशिया दौरा रद्द किया है।
पीएम मोदी को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था, जिसे उन्होंने पहले स्वीकार कर लिया था।
मगर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले (जिसमें 26 लोगों की मौत हुई) के बाद पीएम मोदी ने रूस यात्रा स्थगित कर दी है।

सरकार ने सुरक्षा बोर्ड का पुनर्गठन किया
इस बीच, केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) का पुनर्गठन किया है।
पूर्व रॉ चीफ आलोक जोशी को इसका नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
उनकी नियुक्ति को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
बोर्ड के अन्य सदस्यों के नाम..
- लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) एके सिंह: पूर्व दक्षिणी सेना कमांडर, जिनका सैन्य रणनीति और संचालन में व्यापक अनुभव है।
- एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) पीएम सिन्हा: पूर्व पश्चिमी वायु कमांडर, जो वायुसेना के संचालन और रणनीति में विशेषज्ञ हैं।
- रियर एडमिरल (सेवानिवृत्त) मॉन्टी खन्ना: नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी, जिन्हें समुद्री सुरक्षा और रणनीति का गहरा अनुभव है।
- राजीव रंजन वर्मा: भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी, जिन्होंने आंतरिक सुरक्षा और खुफिया मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- मनमोहन सिंह: भारतीय पुलिस सेवा के एक और सेवानिवृत्त अधिकारी, जो सुरक्षा और खुफिया क्षेत्र में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं।
- बी वेंकटेश वर्मा: भारतीय विदेश सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी, जो कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में विशेषज्ञ हैं।
इस बोर्ड का मुख्य काम देश की सुरक्षा रणनीति पर सलाह देना है।

अलोक जोशी की नियुक्ति क्यों अहम?
अलोक जोशी (alok joshi) का राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में व्यापक अनुभव है।
उन्होंने 2012 से 2014 तक RAW के प्रमुख के रूप में कार्य किया और 2015 से 2018 तक NTRO के चेयरमैन रहे।
जोशी ने पड़ोसी देशों, विशेष रूप से नेपाल और पाकिस्तान में खुफिया ऑपरेशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उनकी नियुक्ति को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नेतृत्व में एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, जो NSAB को और अधिक प्रभावी बनाना चाहते हैं।
जोशी के नेतृत्व में, बोर्ड से अपेक्षा की जा रही है कि वह साइबर सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी रणनीतियों और क्षेत्रीय भू-राजनीतिक चुनौतियों पर विशेष ध्यान देगा।
उनकी तकनीकी विशेषज्ञता, विशेष रूप से NTRO के दौरान साइबर खतरों से निपटने में, बोर्ड को आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगी।
पंजाब सरकार ने एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात करने का फैसला किया
पहलगाम हमले के बाद पंजाब सरकार ने पाकिस्तान सीमा पर एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाने का फैसला किया है।
इससे ड्रग्स और हथियारों की तस्करी रोकने में मदद मिलेगी।
सुरक्षा एजेंसियां अब ड्रोन गतिविधियों पर नजर रख सकेंगी और किसी भी घुसपैठ को विफल कर सकेंगी।
पीएम मोदी की लगातार बैठकें
पीएम मोदी पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई की योजना बनाने के लिए लगातार बैठकें कर रहे हैं।
उन्होंने मंगलवार को तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ मीटिंग की।
बुधवार को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) और कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स (CCPA) की बैठक की अध्यक्षता की।
इसके बाद केंद्रीय कैबिनेट की मीटिंग हुई, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हुए।
CCPA की बैठक क्यों महत्वपूर्ण है?
CCPA (कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स) की बैठक कई साल बाद हुई है।
यह समिति देश के राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर निर्णय लेती है।
पहले भी पुलवामा हमले (2019) के बाद इसकी बैठक हुई थी, जिसके बाद भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक की थी।
क्या भारत पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई करेगा?
अभी तक सरकार ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सुरक्षा बैठकों और NSAB के पुनर्गठन से साफ है कि भारत मजबूत जवाबी कार्रवाई पर विचार कर रहा है।