IFS officer Nidhi Tewari: बनारस (यूपी) की रहने वाली IFS अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई निजी सचिव नियुक्त किया गया है।
निधि तिवारी भारतीय विदेश सेवा (IFS) की 2014 बैच की अधिकारी है।
भारत सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के आदेश के अनुसार, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने निधि तिवारी की नियुक्ति को मंजूरी दी।
कौन हैं निधि तिवारी?
2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी निधि तिवारी 2022 में अवर सचिव के रूप में शामिल होने के बाद 6 जनवरी 2023 से प्रधान मंत्री कार्यालय (PMO) में उप सचिव के रूप में कार्यरत हैं।

वाराणसी की रहने वाली हैं निधि तिवारी
निधि तिवारी ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2013 में सफलता प्राप्त की, जिसमें उन्हें 96वीं रैंक हासिल हुई।
उनका जन्म स्थान वाराणसी का महमूरगंज है।
नौकरी के साथ की UPSC की तैयारी
यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाने से पूर्व, वह वाराणसी में असिस्टेंट कमिश्नर (कॉमर्शियल टैक्स) के पद पर कार्यरत थीं।
इसी नौकरी के साथ-साथ उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की।
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ट्रेनिंग में जीता था गोल्ड मेडल
IFS निधि तिवारी ने 2014 में विदेश सेवा की ट्रेनिंग के दौरान EAM (External Affairs Minister) गोल्ड मेडल बेस्ट ऑफिसर ट्रेनी का पुरस्कार जीता था।
अब क्या काम करेंगी निधि तिवारी
निधि तिवारी की भूमिका निजी सचिव के रूप में अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।
वह प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रमों का समन्वयन, बैठकों का आयोजन और सरकारी विभागों के साथ संवाद का कार्य संभालेंगी।
इसे लेकर एक अधिसूचना जारी की गई जिसमें लिखा है कि वह वेतन मैट्रिक्स के स्तर 12 पर निजी सचिव की भूमिका निभाएंगी, जो कि सह-अवधि के आधार पर या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो।

कितना होगी सैलरी?
रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय में निजी सचिव के पद पर कार्यरत अधिकारियों का वेतन पे मैट्रिक्स स्तर 14 के अनुसार निर्धारित किया जाता है।
इस स्तर पर मासिक वेतन 1,44,200 रुपये होता है।
इसके अतिरिक्त, महंगाई भत्ता (DA), आवास भत्ता (HRA), यात्रा भत्ता (TA) और अन्य भत्ते भी प्रदान किए जाते हैं।

अजीत डोभाल को करती थीं रिपोर्ट
आईएफएस निधि तिवारी को नवंबर 2022 में प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में उनकी विशेषज्ञता ने बाद में उन्हें पीएमओ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका दिया,
विशेष रूप से ‘विदेश और सुरक्षा’ कार्यक्षेत्र में, जहां वे सीधे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल को रिपोर्ट करती थीं।
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