भिंड। भिंड जिले के फूप कस्बे में दूषित पानी पीने से बीते चार दिनों में 80 से अधिक लोग बीमार हो चुके हैं। बीमार मरीजों में अचानक उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर फूप अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बीती देर शाम अचानक पचास से अधिक मरीज को बेचैनी घबराहट और उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर फूप अस्पताल लाया गया था जहां से नौ लोगों को ग्वालियर जयारोग्य चिकित्सालय रेफर किया गया है।
जानकारी के अनुसार, फूप कस्बे के वार्ड क्रमांक 6 और 7 में रह रहे लोगों में बच्चे और बूढ़े अचानक उल्टी-दस्त की बीमारी सामने आने के चलते बीते चार दिनों से फूप अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा था, जहां उपचार के बाद कुछ लोगों को तो छुट्टी दे दी गई।
लेकिन, बीती शाम अचानक एक के बाद पचास से ज्यादा मरीज उल्टी-दस्त और घबराहट के चलते फूप अस्पताल में भर्ती कराए गए जिनमें से नौ मरीजों की गंभीर हालत को देखते हुए भिंड, ग्वालियर और मुरैना से बुलाई गई एंबुलेंस के माध्यम से ग्वालियर के जयारोग्य चिकित्सालय रेफर किया गया है।
मामले की जानकारी लगते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और स्वास्थ्य अमले के साथ-साथ प्रशासनिक टीम भी मौके का मुआयना करने पहुंची जहां पर स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर परिषद द्वारा सप्लाई किए जा रहे गंदे बदबूदार और दूषित पानी से यह बीमारी फैल रही है।
कस्बे में 40 साल पुरानी पाइपलाइन और जलावर्धन योजना के तहत डाली गई नई पाइपलाइन में से किसी एक में दूषित पानी आ रहा है जिसके चलते कस्बे में महामारी जैसे हालात बने हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि चार दिनों में दो बुजुर्ग और एक बच्ची की मौत हो चुकी है। हालांकि प्रशासन इन तीनों मौत के मामलों को दूषित पानी से होना नहीं मान रहा है।
फूप कस्बे में सप्लाई हो रहे पानी की दोनों नई और पुरानी पाइपलाइनों से पानी के सैंपल लेकर ग्वालियर लेबोरेटरी में भेजे गये हैं, जिससे पता चल सकेगा कि किस लाइन से दूषित पानी आ रहा है।
प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों को मुनादी के माध्यम से बताया जा रहा है कि पानी को उबालकर और ठंडा करके ही पिएं जिससे बीमारी का खतरा न हो।