BJP Training Camp: 14 से 16 जून तक मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में भाजपा के विधायकों और सांसदों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा।
इस कैंप में मध्य प्रदेश भाजपा के सभी विधायक, मंत्री, लोकसभा और राज्यसभा सांसद शामिल होंगे।
शिविर का उद्घाटन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे, जबकि समापन सत्र में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद रहेंगे।
क्या है इस प्रशिक्षण शिविर का मकसद?
भाजपा हर पांच साल में अपने नवनिर्वाचित विधायकों और सांसदों को प्रशिक्षण देती है।
इसका उद्देश्य उन्हें पार्टी की विचारधारा, कार्यशैली और जनहित से जुड़े मुद्दों की बेहतर समझ देना है।
हालांकि, इस बार यह प्रशिक्षण कुछ विवादित बयानों के बाद आयोजित किया जा रहा है, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है।
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विवादित बयानों के बाद पार्टी ने उठाया कड़ा कदम
पिछले कुछ हफ्तों में भाजपा के कई नेताओं के विवादित बयान सामने आए हैं, जिनकी वजह से पार्टी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
- 11 मई को मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसके बाद उन्हें सुप्रीम कोर्ट से फटकार लगी।
- इसके बाद डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और विधायक नरेंद्र प्रजापति के भी विवादित बयान सामने आए।
- 24 मई को हरियाणा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने ऑपरेशन सिंदूर पीड़ितों को लेकर असंवेदनशील बयान दिया, जिसके बाद उन्हें माफी मांगनी पड़ी।
इन घटनाओं के बाद पार्टी ने तय किया कि सभी विधायकों और सांसदों को अनुशासन, संवेदनशीलता और सार्वजनिक बयानबाजी के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पीएम मोदी ने भी दी सख्त हिदायत
रविवार को NDA की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी नेताओं को संयमित बयानबाजी की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि नेताओं को अनावश्यक विवादों से बचना चाहिए, क्योंकि इससे पार्टी की छवि खराब होती है।
उन्होंने विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बिना सोचे-समझे बयान देने से मना किया।
क्या होगा इस ट्रेनिंग कैंप में?
- पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा विधायकों और सांसदों को राजनीतिक अनुशासन के गुर सिखाए जाएंगे।
- जनसंपर्क और मीडिया प्रबंधन पर विशेष सत्र होंगे, ताकि नेता विवादों से बच सकें।
- सोशल मीडिया और सार्वजनिक भाषण में क्या बोलना चाहिए और क्या नहीं, इस पर मार्गदर्शन दिया जाएगा।
- पार्टी की नीतियों और सरकार के कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से जनता तक पहुंचाने के तरीके बताए जाएंगे।
कुलमिलाकर भाजपा का यह प्रशिक्षण शिविर न सिर्फ नए विधायकों और सांसदों को पार्टी की रणनीति से जोड़ने के लिए है, बल्कि हाल के विवादों से सबक लेते हुए नेताओं को अनुशासित करने का भी प्रयास है।
पार्टी चाहती है कि उसके नेता जिम्मेदारीपूर्ण बयानबाजी करें और संवेदनशील मुद्दों पर सावधानी बरतें।