COVID-19 Alert India: कोरोना वायरस (COVID-19) ने एक बार फिर भारत में खलबली मचा दी है।
चीन में पैदा हुए नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 ने सिंगापुर, थाईलैंड और हॉन्गकॉन्ग में तबाही मचाने के बाद अब भारत में भी संक्रमण बढ़ा दिया है।
इस साल पहली बार देश में एक्टिव मामलों की संख्या 1000 के पार पहुंच गई है, जबकि तीन से अधिक मौतें भी दर्ज की गई हैं।
दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य हैं।
कहां-कहां मिले नए मामले?
- दिल्ली: पिछले तीन साल में पहली बार 23 नए मामले, कुल सक्रिय केस 104।
- महाराष्ट्र: मुंबई, पुणे, ठाणे में 95+ केस, एक मरीज की मौत।
- केरल: मई में 273 नए मामले, अस्पतालों में मास्क अनिवार्य।
- कर्नाटक: बेंगलुरु में 35 केस, एक 84 वर्षीय की मौत।
- मध्य प्रदेश: इंदौर में 3 दिन में 4 नए मरीज, सभी की ट्रैवल हिस्ट्री।
- उत्तराखंड: ऋषिकेश में दो नए केस, एक डॉक्टर संक्रमित।
भारत में कोरोना की नई लहर: कहां कितने मामले?
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार:
- केरल: 430 एक्टिव केस
- महाराष्ट्र: 209 एक्टिव केस
- दिल्ली: 104 एक्टिव केस
- कर्नाटक: 47 एक्टिव केस
- हरियाणा: 83 एक्टिव केस
- राजस्थान: 13 एक्टिव केस
- पश्चिम बंगाल: 12 एक्टिव केस
- उत्तर प्रदेश: 15 एक्टिव केस
- हालांकि, बिहार, असम, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में अभी तक कोई सक्रिय मामला सामने नहीं आया है।
NB.1.8.1 और LF.7 वेरिएंट कितने खतरनाक?
ये दोनों वेरिएंट ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट हैं, जो JN.1 से संबंधित हैं।
NB.1.8.1 विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निगरानी सूची में शामिल है, लेकिन अभी तक इसे चिंताजनक नहीं माना गया है।
इसके बावजूद, यह वायरस तेजी से फैलने वाला है क्योंकि इसके स्पाइक प्रोटीन में कई म्यूटेशन हुए हैं, जो इसे इम्यून सिस्टम से बचने में मदद करते हैं।
NB.1.8.1 और LF.7 के लक्षण:
- गले में खराश
- थकान
- हल्की खांसी
- बुखार
- मांसपेशियों में दर्द
- नाक बंद होना
- सिरदर्द
- मतली या भूख न लगना
दिल्ली में अस्पताल तैयार
दिल्ली में कोरोना मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सौरभ भारद्वाज ने आश्वासन दिया है कि अस्पताल पूरी तरह तैयार हैं और ऑक्सीजन सप्लाई की कोई कमी नहीं है।
उन्होंने लोगों से घबराने की बजाय सावधानी बरतने की अपील की है।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि:
- ICU बेड, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर्स की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
- SARI (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस) के मरीजों की कोविड जांच कराएं।
- जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाई जाए।
- केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में अस्पतालों में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है।
विशेषज्ञों की राय: “घबराएं नहीं, सतर्क रहें”
डॉ. रणदीप गुलेरिया (पूर्व डायरेक्टर, AIIMS): “JN.1 वैरिएंट पहले से मौजूद है, लेकिन अधिकांश लोगों में हल्के लक्षण दिखते हैं। जिन्हें डायबिटीज या दिल की बीमारी है, वे सावधानी बरतें।”
डॉ. सुरनजीत चटर्जी (इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल): “अभी मामले सीजनल फ्लू जैसे हैं, अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही।”
कैसे बचें कोरोना से?
- मास्क पहनें, खासकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर।
- हाथों को बार-बार धोएं या सैनिटाइज करें।
- टीकाकरण और बूस्टर डोज लगवाएं।
- लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं।
- सामाजिक दूरी बनाए रखें।
हालांकि, अभी तक यह घातक स्थिति में नहीं हैं, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है।
सरकार ने अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है और लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।