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Monsoon in Kerala: 8 दिन पहले ही केरल पहुंचा मानसून, टूटा 16 साल का रिकॉर्ड

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Nisha Rai
Nisha Rai
निशा राय, पिछले 13 सालों से मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने दैनिक भास्कर डिजिटल (M.P.), लाइव हिंदुस्तान डिजिटल (दिल्ली), गृहशोभा-सरिता-मनोहर कहानियां डिजिटल (दिल्ली), बंसल न्यूज (M.P.) जैसे संस्थानों में काम किया है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय (भोपाल) से पढ़ाई कर चुकीं निशा की एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल बीट पर अच्छी पकड़ है। इन्होंने सोशल मीडिया (ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम) पर भी काफी काम किया है। इनके पास ब्रांड प्रमोशन और टीम मैनेजमेंट का काफी अच्छा अनुभव है।

Monsoon in Kerala: भारत में मानसून ने दस्तक दे दी है। शनिवार को केरल में मानसून की एंट्री हुई।

खास बात यह कि इस साल मानसून अपने तय समय से 8 दिन पहले ही पहुंचा गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक, 16 साल में ऐसा पहली बार हुआ जब मानसून इतनी जल्दी आया है।

इससे पहले साल 2009 में मानसून 9 दिन पहले पहुंचा था।

जून में आता है मानसून

आम तौर पर मानसून 1 जून को केरल और 8 जुलाई तक पूरे देश में पहुंचता है।

मानसून चार दिन से देश से करीब 40-50 किलोमीटर दूर अटका था और शुक्रवार शाम आगे बढ़ा।

इसके आज ही तमिलनाडु और कर्नाटक के कई इलाकों में भी पहुंचने की संभावना है।

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मानसून ने 16 साल का रिकॉर्ड तोड़ा

  • मानसून 24 मई को केरल पहुंचा, जो सामान्य तिथि से 8 दिन पहले है।
  • 2009 के बाद इस साल सबसे जल्दी मानसून आया है (उस साल 23 मई को आया था)।
  • अल नीनो की संभावना नहीं, इसलिए इस साल अच्छी बारिश की उम्मीद।
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मानसून कैसे आगे बढ़ेगा?

  • मानसून अगले कुछ दिनों में तमिलनाडु, कर्नाटक और पूर्वोत्तर राज्यों में पहुंचेगा।
  • 4 जून तक यह मध्य भारत और पूर्वी राज्यों को कवर कर सकता है।
  • 8 जुलाई तक पूरे देश में मानसून फैलने की उम्मीद है।

क्या जल्दी मानसून का मतलब अधिक बारिश?

IMD के विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून के जल्दी या देरी से आने का कुल वर्षा से कोई सीधा संबंध नहीं है।

हालांकि, इस साल अल नीनो के नहीं होने और ला नीना की संभावना से अच्छी बारिश की उम्मीद है।

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अल नीनो vs ला नीना: इस साल क्या होगा?

  • अल नीनो: समुद्र का तापमान बढ़ता है, जिससे भारत में कम बारिश होती है। (2023 में अल नीनो के कारण 6% कम बारिश हुई थी।)
  • ला नीना: समुद्र का तापमान कम होता है, जिससे अच्छी बारिश होती है।

IMD ने अप्रैल में जारी पूर्वानुमान में कहा था कि 2025 में अल नीनो की संभावना नहीं है, इसलिए इस साल सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है।

कृषि पर क्या होगा प्रभाव?

मानसून के जल्दी आने से खरीफ फसलों (धान, मक्का, सोयाबीन) की बुआई समय पर शुरू होगी।

भारत की 18% GDP और 50% से अधिक आबादी की आजीविका कृषि पर निर्भर है, इसलिए अच्छी बारिश अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है।

कहां भारी बारिश, कहां गर्मी का अलर्ट?

भारी बारिश वाले राज्य: केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों में 200mm तक बारिश की संभावना।

गर्मी का अलर्ट: राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों (जैसलमेर, बाड़मेर) में 48°C तक तापमान रह सकता है।

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