Haryana Mass Suicide: हरियाणा के पंचकूला में एक व्यापारी परिवार के 7 सदस्यों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
ये लोग बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने के बाद लौट रहे थे और फिर अपनी कार में ही जहर खा लिया।
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी थी।
एक व्यक्ति को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया।
घाटे के कारण भारी कर्ज में डूबे थे
मृतकों में प्रवीण मित्तल (42), उनकी पत्नी रीना, मां विमला, पिता देशराज और तीन बच्चे—जुड़वा बेटियां हिमशिखा व दलिशा (11) और बेटा हार्दिक (14) शामिल हैं।
प्रवीन मित्तल ने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का व्यवसाय शुरू किया था, लेकिन घाटे के कारण वह भारी कर्ज में डूब गए थे।
क्या था पूरा मामला?
परिवार पंचकूला के मनसा देवी कॉम्प्लेक्स में किराए के मकान में रहता था।
सोमवार रात करीब 10:30 बजे मकान मालिक ने देखा कि बाहर हुंडई ऑरा कार में कई लोग बेहोश पड़े हैं।
जब कार की जांच की गई तो पता चला कि सभी ने जहर खाया था।
प्रवीण मित्तल अभी जिंदा थे और उन्होंने बताया कि वे बागेश्वर धाम की कथा सुनने आए थे।
कार से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें लिखा था— “मैं बैंकरप्ट हो चुका हूं, मेरी वजह से ये सब हुआ।”
प्रवीण पर था 20 करोड़ का कर्ज
खबरों के मुताबिक प्रवीण पर करीब 20 करोड़ का कर्ज था, जिसे वो चुका नहीं पा रहा था।
उसे लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं, जिसके बाद उसने ये कदम उठाया।
प्रवीण पहले स्क्रैप फैक्ट्री चलाते थे, फिर देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का काम शुरू किया जो घाटे में चला गया।
फिलहाल टैक्सी चला रहे थे।
कर्ज के चलते उठाया गया कदम
प्रवीण के ससुर राकेश गुप्ता ने बताया कि उन्होंने करीब एक करोड़ रुपये का लोन लिया था, लेकिन व्यापार में घाटा होने से कर्ज चुकाने में असमर्थ रहे।
बैंक ने उन्हें “भगोड़ा” घोषित कर दिया था। पिछले कुछ समय से वे टैक्सी चलाकर गुजारा कर रहे थे।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने सुसाइड नोट और परिवार के संपर्क में रहे लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है।
डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने कहा कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
इससे पहले भी हुई है ऐसी घटना
इससे पहले, 2018 में दिल्ली के बुराड़ी में एक परिवार के 11 सदस्यों ने आत्महत्या कर ली थी।
उस मामले में भी आर्थिक तंगी और अंधविश्वास को वजह बताया गया था।
बहरहाल यह घटना एक बार फिर समाज में बढ़ते आर्थिक तनाव और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को उजागर करती है।
परिवार के बच्चों तक को इस त्रासदी में शामिल होना पड़ा, जो अत्यंत दुखद है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है।