CDS Indian Fighter Jets: भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने शनिवार को सिंगापुर में आयोजित शांगरी-ला डायलॉग कार्यक्रम में ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तान के दावों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया।
पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 6 भारतीय लड़ाकू विमान मार गिराने का दावा किया था।
इसके जवाब में CDS चौहान ने कहा कि असली मुद्दा यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे और भारत ने इससे क्या सीखा।
“हमने गलतियों से सीखा और दो दिन में दिया मजबूत जवाब”
ब्लूमबर्ग के सवाल पर कि क्या पाकिस्तान ने भारतीय जेट गिराए, CDS चौहान ने जवाब दिया:
“महत्वपूर्ण यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे?
India’s military confirmed for the first time that it lost an unspecified number of fighter jets in clashes with Pakistan in May.
Anil Chauhan, chief of defense staff of the Indian Armed Forces, spoke to Bloomberg TV on Saturday, while attending the Shangri-La Dialogue in… pic.twitter.com/9y3GW6WJfn
— Bloomberg TV (@BloombergTV) May 31, 2025
हमने अपनी रणनीतिक गलतियों को पहचाना, उन्हें तुरंत सुधारा और महज दो दिन के भीतर लंबी दूरी से हमले करके पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी स्वदेशी तकनीक का उपयोग किया और पाकिस्तान की ओर से फैलाई गई गलत जानकारी का मुकाबला किया।
“परमाणु युद्ध की नौबत नहीं आई”
साथ ही उन्होंने कहा- मैं यह स्पष्ट कर दूं कि इस संघर्ष में कभी भी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की स्थिति नहीं बनी, जो एक राहत की बात है।”
“कूटनीतिक संबंधों का दौर खत्म”
CDS चौहान ने शांगरी-ला डायलॉग में भारत-पाकिस्तान संबंधों पर भी स्पष्ट राय रखी। उन्होंने कहा:
“भारत अब बिना रणनीति के कोई कदम नहीं उठाता।
पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक संबंध बनाए रखने का दौर अब खत्म हो चुका है।
हमने पहले प्रयास किए, जैसे PM मोदी ने 2014 में नवाज शरीफ को शपथ ग्रहण में आमंत्रित किया, लेकिन अगर जवाब में सिर्फ दुश्मनी मिले, तो दूरी बनाना ही बेहतर है।”
उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के समय पाकिस्तान कई मामलों में भारत से आगे था, लेकिन अब भारत हर क्षेत्र में उससे आगे है।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की तकनीकी और रणनीतिक जीत
CDS चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की सफलताओं पर प्रकाश डाला:
स्वदेशी तकनीक पर भरोसा:
भारत ने आकाश मिसाइल सिस्टम और अपने रडार नेटवर्क का उपयोग किया, जबकि पाकिस्तान ने विदेशी सैटेलाइट तस्वीरों पर निर्भर रहा।
गलत जानकारी का मुकाबला:
ऑपरेशन के दौरान फर्जी खबरों से निपटने में समय लगा, लेकिन भारत ने तथ्यों के साथ जवाब दिया।
महिला अधिकारियों की भूमिका:
शुरुआती दिनों में दो महिला अधिकारियों ने मीडिया को जानकारी दी, क्योंकि वरिष्ठ अधिकारी ऑपरेशन में व्यस्त थे।
कुलमिलाकर CDS जनरल अनिल चौहान ने पाकिस्तान के झूठे दावों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से महत्वपूर्ण सबक सीखे और अपनी सैन्य रणनीति को और मजबूत किया।
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि भारत अब पाकिस्तान के साथ पुरानी कूटनीति को त्याग चुका है और हर स्तर पर उससे आगे है।