Shramodaya Model ITI: भोपाल | श्रमोदय मॉडल आईटीआई ने इस बार शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया है।
श्रमोदय मॉडल आईटीआई संस्थान के सिविल इंजीनियरिंग ट्रेड की तीन छात्राओं ने राज्य में शीर्ष स्थान हासिल करके पूरे प्रदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
इतना ही नहीं राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (एससीवीटी) की परीक्षा में टॉप 25 में 18 विद्यार्थी इसी संस्थान से हैं, जबकि टॉप 10 में 6 छात्राएं शामिल हैं।
यह उपलब्धि न केवल संस्थान के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा है।
यह संस्थान गरीब और श्रमिक परिवारों के बच्चों को बेहतरीन शिक्षा, उच्च गुणवत्ता वाली ट्रेनिंग और अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान कर रहा है।
मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल (एम.पी.बी.ओ.सी.डब्लू.), श्रम विभाग और सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉर्मेंस (क्रिस्प) के सहयोग से संस्थान संचालित की जा रही है।
बेटियों का शानदार प्रदर्शन, तीन छात्राओं ने किया टॉप
सिविल इंजीनियरिंग ट्रेड में शीर्ष स्थान पर रही स्नेह धाकड़ ने अपने प्रदर्शन से पूरे राज्य का ध्यान खींचा है।
शिवपुरी जिले से आने वाली स्नेह के पिता मंडी में लेबर का काम करते हैं और मां काजू पैकेजिंग में काम करती हैं।
स्नेह ने अपनी सफलता का श्रेय श्रमोदय आईटीआई की उच्चस्तरीय शिक्षा और सुविधाओं को दिया।
उन्होंने कहा कि यहां हमें न केवल पढ़ाई बल्कि इंडस्ट्री के हिसाब से प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जाती है।
मैं अपने परिवार की मदद के लिए आगे बढ़ना चाहती हूं।
इसी तरह करिश्मा मल्होत्रा और ऋतू कुशवाहा ने भी अपने अनुभव साझा किए।
करिश्मा ने बताया कि श्रमोदय आईटीआई का वातावरण, शिक्षक और संसाधन उनकी सफलता में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
ऋतू कुशवाहा ने संस्थान की लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासरूम्स और व्यक्तित्व विकास के कार्यक्रमों की सराहना करते हुए इसे अपने सपनों का आधार बताया।
संस्थान की बेहतरीन सुविधाएं और योगदान
श्रमोदय मॉडल आईटीआई में कुल आठ ट्रेड्स में ट्रेनिंग दी जाती है।
संस्थान ने उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और ट्रेनिंग के लिए स्मार्ट क्लासरूम्स, मॉडर्न उपकरण, लाइब्रेरी और व्यक्तिगत विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की व्यवस्था की है।
राज्य कौशल विकास संचालनालय की संचालक हर्षिका सिंह ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर इन छात्राओं और प्रशिक्षकों को सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि टॉप 10 में 6 छात्राओं का शामिल होना न केवल संस्थान की सफलता है, बल्कि यह समाज के लिए एक उदाहरण है।
श्रमोदय आईटीआई की शिक्षण प्रणाली से बाकी आईटीआई भी प्रेरणा ले सकते हैं।
मुख्यमंत्री और श्रम मंत्री की सराहना
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस सफलता पर खुशी जताई और श्रम मंत्रालय, एम.पी.बी.ओ.सी.डब्लू. और क्रिस्प के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि गरीब और श्रमिक परिवारों के बच्चों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त करना हमारे लिए गर्व की बात है।
श्रमोदय मॉडल आईटीआई ने यह साबित कर दिया है कि जब सही अवसर और मार्गदर्शन मिले, तो कोई भी सपना साकार हो सकता है।
वहीं श्रम मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने भी संस्थान की प्रशंसा करते हुए कहा कि श्रमोदय आईटीआई के छात्रों की मेहनत और शिक्षकों की लगन ने कौशल विकास के नए मानक स्थापित किए हैं।
यह सफलता न केवल इन बच्चों के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा है।
क्रिस्प और श्रमोदय आईटीआई का उद्देश्य
क्रिस्प के प्रबंध संचालक डॉ. श्रीकांत पाटिल ने कहा कि हमारा उद्देश्य गरीब और श्रमिक परिवारों के बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और ट्रेनिंग देना है।
यह सफलता दिखाती है कि सही दिशा और मेहनत से कोई भी ऊंचाई हासिल की जा सकती है।
आने वाले समय में श्रमोदय मॉडल आईटीआई पूरे देश के लिए एक पथप्रदर्शक बनेगा।
श्रमोदय मॉडल आईटीआई की यह सफलता यह संदेश देती है कि कठिन परिस्थितियों के बावजूद, अगर सही शिक्षा और सुविधाएं मिलें, तो कोई भी छात्र अपने सपनों को साकार कर सकता है।
यह संस्थान न केवल शिक्षा का केंद्र है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम भी बन रहा है।