पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार देर रात निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली।
मनमोहन सिंह न केवल 10 साल तक देश के प्रधानमंत्री रहे बल्कि बतौर वित्त मंत्री उन्होंने आर्थिक सुधार में बड़ा योगदान दिया।
मनमोहन सिंह के परिवार में उनकी पत्नी और तीन बेटियां हैं। उनकी बेटियां शिक्षा क्षेत्र में अपनी अलग पहचान रखती हैं।
आइए जानते हैं मनमोहन सिंह के परिवार के बारे में।
1958 में हुई थी शादी
मनमोहन सिंह का विवाह साल 1958 में गुरशरण कौर से हुआ। गुरशरण इतिहास की प्रोफेसर और एक लेखिका रही हैं।
वह शिक्षित और सांस्कृतिक रुचि रखने वाली महिला हैं।
पति के कार्यकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाई।
बेटियों ने बनाई अलग पहचान
मनमोहन सिंह की तीन बेटियां हैं, जिनके नाम अमृत सिंह, दमन सिंह और उपिंदर सिंह हैं।
उनकी तीनों बेटियों ने अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर अपने-अपने क्षेत्रों में सफलताएं हासिल कीं।
सबसे बड़ी बेटी उपिंदर सिंह
उपिंदर ने प्राचीन भारतीय इतिहास पर कई किताबें लिखी हैं जिनमें प्राचीन और प्रारंभिक मध्यकालीन भारत का इतिहास और प्राचीन भारत में राजनीतिक हिंसा शामिल हैं।
उन्हें हार्वर्ड और कैम्ब्रिज जैसे संस्थानों से प्रतिष्ठित फेलोशिप मिली हैं। उन्हें 2009 में सामाजिक विज्ञान में इन्फोसिस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
शिक्षा: उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली और मैकगिल विश्वविद्यालय, मॉन्ट्रियल से डिग्री प्राप्त की है।
उपिंदर सिंह अभी अशोका विश्वविद्यालय में संकाय की डीन है।
दूसरी बेटी दमन सिंह
दमन को उनके संस्मरण स्ट्रिक्टली पर्सनल: मनमोहन और गुरशरण के लिए जाना जाता है, जो उनके पिता के प्रधानमंत्री बनने से पहले उनके पारिवारिक जीवन के बारे में जानकारी देती है।
पति हैं आईपीएस
4 सितंबर, 1963 को जन्मी दमन ने पर्यावरण मुद्दों सहित विभिन्न विषयों पर किताबें लिखी हैं। दमन की शादी आईपीएस अधिकारी अशोक पटनायक से हुई। उनका एक बेटा भी है।
सबसे छोटी और तीसरी बेटी अमृत सिंह
अमृत ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री ली है। फिर येल लॉ स्कूल से कानून की डिग्री हासिल की।
अमृत ने पहले ओपन सोसाइटी इनिशिएटिव के लिए वकील के रूप में काम किया।
अमृत सिंह अभी अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन (ACLU) में स्टाफ अटॉर्नी और स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल में कानून की प्रोफेसर है।