Amanat Bansal In Politics: 7 अप्रैल को सीहोर सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट के भेरूंदा मेंमें हुए भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और MP के पूर्व CM शिवराज सिंह चौहान अपने परिवार के साथ पहुंचे थे।
इस मौके पर शिवराज की नई नवेली बहू अमानत बंसल भी पहली बार राजनीतिक मंच पर नजर आईं।
इस दौरान अमानत ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अमानत को देख कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह था।
इस दौरान महिला कार्यकर्ताओं ने तो अमानत को घेर ही लिया था और उनके साथ सेल्फी क्लिक करने लगी।
अब ये तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देखकर लोग कयास लगा रहे हैं कि क्या अमानत भी राजनीति मे एंट्री करने जा रही हैं।
पहले भाषण में कही ये बात
कार्यक्रम के दौरान अमानत ने भाजपा के स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा, “आप लोगों ने मुझे जो सम्मान और स्नेह दिया, उसके लिए मैं दिल से धन्यवाद देती हूं।
मेरे पिता तुल्य केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान इस क्षेत्र की ही नहीं, बल्कि देश की सेवा राजनीति के माध्यम से कर रहे हैं।
उन्हें क्षेत्र की जनता ने असीम प्यार और दुलार दिया है। इसके लिए वह सभी क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त करती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि मैं पहली बार भैरूंदा की धरती पर आई हूं। इस मौके पर जो स्वागत सत्कार आप लोगों ने किया है, उससे मैं अभिभूत हूं।
कार्तिकेय जी की पत्नी व क्षेत्र की बेटी व बहू के रूप में जनता की सेवा करने का प्रयास करूंगी।
अमानत के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में भी उनकी सक्रिय भूमिका को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में अमानत राजनीतिक करियर में औपचारिक शुरुआत कर सकती हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की बड़ी बहू अमानत ने राजनीतिक कार्यक्रम में की सहभागिता…भाषण देते हुए कहा मैं आपकी बहू और बेटी के तौर पर यहां आती रहूं#shivrajsinghchouhan #mamashivraj #bjp4mp #bhopal #bhopalnews #madhyapradesh #mpnews #amanatbansal #websuchna pic.twitter.com/HUpDFUCLKh
— websuchna (@websuchna) April 8, 2025
सास की राह पर शिवराज की बहू
ये चर्चाएं इसलिए भी हो रही हैं क्योंकि जब शिवराज सिंह चौहान ने बतौर मध्य प्रदेश सीएम अपने राजनीतिक कदम बढ़ा रहे थे।
तब उनकी पत्नी साधना सिंह ने भी बखूबी उनका साथ दिया था और हर अच्छे-बुरे दौर में उनके साथ मौजूद रही।
अब उनके बेटे कार्तिकेय और बहू अमानत भी उसी राह पर चल रहे हैं।
शादी के बाद से ही अमानत बंसल साए की तरह पति के साथ हैं और कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं।
शिव ‘राज’ में साधना की अहम भूमिका
4 बार एमपी के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने जब गोंदिया (महाराष्ट्र) निवासी साधना सिंह से विवाह किया तो उन्हें दोहरे राजनीतिक अनुभव का फायदा मिला।
क्योंकि साधना भी अपने युवा अवस्था से ही भाजपा के साथ जुड़ी रही है।
ऐसे में जब शिवराज सिंह चौहान सत्ता में रहे तो साधना सिंह ने शिवराज सिंह चौहान का बराबर सहयोग किया।
साधना सिंह चौहान किरार महासभा की अध्यक्ष भी हैं और उनका विस्तृत राजनीतिक अनुभव है।
भले ही वे चुनाव नहीं लड़ी है, लेकिन शिवराज सिंह चौहान के चुनाव लड़ने और पारिवारिक राजनीतिक नेतृत्व को उन्होंने बढ़ाने में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
1 महीने पहले हुई है शादी
कार्तिकेय और अमानत की शादी पिछले महीने 6 मार्च को राजस्थान में काफी धूमधाम से हुई थी। इस शादी में कई बड़े नेता शामिल हुए थे।
लोगों को उम्मीद थी कि कुछ वक्त ये नवविवाहित जोड़ा राजनीति से दूर रहेगा।
मगर सबको गलत साबित करते हुए अमानत अपने पति के साथ राजनीति के गलियारों मे कदम रख चुकी हैं।
विवाह को अभी करीब एक महीने ही बीते हुए है लेकिन अमानत सार्वजनिक मंच पर और सार्वजनिक कार्यक्रम में सक्रिय दिखाई दे रही हैं।
ऐसे में राजनीति गलियारों में अब चर्चाएं तेज हो गई हैं कि अमानत आने वाले समय में परिवार के उत्तराधिकारी के रूप में क्षेत्र की राजनीतिक जिम्मेदारी संभाल सकती हैं।
कौन हैं अमानत बंसल
अमानत श्री अनुपम बंसल जी और श्रीमती रुचिता बंसल जी की बेटी हैं।
राजस्थान के उदयपुर के रहने वाले अनुपम बंसल लिबर्टी शूज के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं।
मां रुचिता बंसल कन्फेडरेशन ऑफ वूमेन एंटरप्रेन्योर्स ऑफ इंडिया के हरियाणा चैप्टर की फाउंडर हैं।
अमानत बंसल ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में मास्टर्स की डिग्री ली है।
अमानत सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं और उन्हें शास्त्रीय नृत्य का भी बहुत शौक है।
शिवराज के राजनैतिक उत्तराधिकारी हैं कार्तिकेय
पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बड़े बेटे कार्तिकेय को उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाता है।
हालिया लोकसभा चुनावों में भी शिवराज के चुनाव प्रचार का अभियान कार्तिकेय ने संभाल रखा था।
2013 से ही वह राजनीतिक तौर पर सक्रिय दिखाई देते हैं।